बागेश्वर, उत्तराखंड: उत्तराखंड के Bageshwar के गरुड़ गांव से एक अजीब मामला सामने आया है। जिसने एक नयी मिसाल कायम कर दी हैं। शिखा नाम की एक युवती की शादी रमेश नाम के युवक के साथ 2 महीने धार्मिक रीति रिवाज़ से हुई थी। शादी में दान दहेज़ भी दिया गया था।
शिखा ने रमेश से शादी के बाद 10 दिन का हनीमून भी मनाया, हनीमून के बाद वो 40 दिन सुसराल में रही, सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन जब शिखा अपने मायके लौटी तो उसकी मुलाकात उसके बचपन के प्रेमी राहुल से हुई और दोनों ने एक दूसरे से शादी करने का फैसला किया।
शिखा ने अपनी शादी के 2 महीने बाद अपने पति रमेश को छोड़ने का फैसला कर लिया और रमेश को तलाक का मैसेज भेज दिया। शिखा ने अपने परिजनों से कहा कि वह जानती थी कि वे लोग बॉयफ्रेंड के साथ उसकी शादी नहीं करेंगे। इसलिए उसने परिजनों की रजामंदी से रमेश से शादी कर ली। लेकिन, उसे रमेश के साथ दो महीने बिताने के बाद भी प्यार नहीं हुआ। वह अब सिर्फ अपने बॉयफ्रेंड राहुल के साथ रहना चाहती है। इसके बाद शिखा सीधे अपने बॉयफ्रेंड के घर जा पहुंची।
यह बात जब ससुराल वालों तक पहुंची, तो उन्होंने पुलिस से मदद मांगी। पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाया। पुलिस के सामने भी शिखा अपनी बात पर अड़ी रही। जिसके बाद यह तय हुआ कि दुल्हन पक्ष ससुराल वालों को शादी में दिया सभी सामान, जेवर और शादी का पूरा खर्च लौटाएगा। समझौता होने के बाद दोनों पक्ष थाने से लौट गए।
अब शिखा और राहुल जल्द ही शादी के बंधन में बंधने वाले हैं और अपने नए जीवन की शुरुआत करेंगे।
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