नई दिल्ली: आज संसद के बाहर एक रोचक घटनाक्रम देखने को मिला जब कांग्रेस नेता Rahul Gandhi ने मीडिया से बातचीत में बताया कि कुछ किसान उनसे मिलना चाहते थे। उन्होंने उन किसानों को संसद के अंदर अपने ऑफिस में मिलने के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन जब वे संसद के बाहर पहुंचे, तो उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई।
मीडिया ने जब Rahul Gandhi से इस पर सवाल किया, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “ये तो आप मोदी जी से पूछ लीजिए।” उनका यह बयान काफी चर्चा में रहा और उन्होंने इस मुद्दे पर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि किसानों की समस्याओं को सुनने के बजाय सरकार उन्हें रोकने का काम कर रही है।
Rahul Gandhi ने यह भी बताया कि वे संसद के बाहर ही किसानों से मिलेंगे और उनकी समस्याओं को सुनेंगे। आपको बता दें कि इन दिनों राहुल गांधी को जन नायक के नाम से जाना जा रहा है। वे लगातार देशभर में घूमकर लोगों से मिलते रहते हैं, उनकी परेशानियाँ सुनते हैं और उनके समाधान के लिए काम करते हैं। उनके इस जन संपर्क अभियान की काफी सराहना हो रही है।
हालांकि बाद में किसान नेताओं के 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने संसद में Rahul Gandhi के ऑफिस पहुंचकर उनसे मुलाकात की। किसानों ने Rahul Gandhi से मिलकर अपनी समस्याओं को साझा किया और उन्हें बताया कि वे किस तरह से विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं। राहुल गांधी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि वे उनकी हर समस्या को संसद में उठाएंगे और उनके हक के लिए लड़ेंगे।
इस पूरे घटनाक्रम से एक बात साफ हो गई कि किसानों की समस्याओं को लेकर Rahul Gandhi कितने गंभीर हैं। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अगर सरकार किसानों की समस्याओं को हल नहीं कर सकती, तो कम से कम उन्हें मिलने और अपनी बातें रखने का मौका तो दे। राहुल गांधी का यह बयान किसानों और उनके समर्थकों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है।
Discover more from NwB
Subscribe to get the latest posts sent to your email.