पेरिस, फ्रांस: टेलीग्राम के CEO Pavel Durov को हाल ही में फ्रांस के ले बॉर्ग हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया है। 39 वर्षीय फ्रेंको-रूसी अरबपति को शनिवार की शाम हिरासत में लिया गया। Pavel Durov की गिरफ्तारी का मुख्य कारण उनके मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर ‘मॉडरेशन की कमी’ को बताया जा रहा है।
मामले की जानकारी
एक अज्ञात सूत्र ने खुलासा किया कि Pavel Durov को अजरबैजान के बाकू से पेरिस लौटने के दौरान गिरफ्तार किया गया। फ्रांस के OFMIN कार्यालय ने Pavel Durov के खिलाफ एक गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, जिसमें धोखाधड़ी, मादक पदार्थों की तस्करी, और आतंकवाद को बढ़ावा देने जैसे गंभीर आरोप शामिल थे।
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टेलीग्राम का ‘गोपनीयता’ का मंच
दुबई स्थित यह एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप अपने उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता को लेकर बहुत संवेदनशील है। Pavel Durov ने अमेरिकी स्वामित्व वाले प्लेटफार्मों के विपरीत, टेलीग्राम के उपयोगकर्ताओं की जानकारी उजागर नहीं करने का वादा किया है। Pavel Durov के अनुसार, लोगों को टेलीग्राम पर ‘गोपनीयता और स्वतंत्रता’ के कारण आकर्षित किया जाता है।
प्लेटफ़ॉर्म पर आरोप
टेलीग्राम पर नाज़ीवाद, बाल यौन शोषण, और आतंकवादी सामग्री के प्रसार के आरोप भी लगे हैं। इन आरोपों के बावजूद, Pavel Durov ने टेलीग्राम को मॉडरेशन कानूनों से दूर रखने का प्रयास किया है। इसके विपरीत, व्हाट्सएप ने 2019 में संदेश अग्रेषित करने पर सीमाएं लागू कीं, ताकि गलत सूचना फैलने से रोका जा सके।
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कौन हैं पावेल डुरोव?
Pavel Durov एक रूसी उद्यमी और कंप्यूटर प्रोग्रामर हैं, जो टेलीग्राम (Telegram) मैसेजिंग ऐप के सह-संस्थापक और CEO हैं। उनका जन्म 10 अक्टूबर 1984 को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में हुआ था। Pavel को “रशियन मार्क जुकरबर्ग” के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि उन्होंने वीके (VK) नामक एक सोशल नेटवर्किंग साइट की भी स्थापना की थी, जो रूस में बहुत लोकप्रिय है।
Pavel Durov के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- VK की स्थापना: Pavel ने 2006 में VKontakte (अब VK) की स्थापना की थी, जो रूस का सबसे बड़ा सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है। यह प्लेटफार्म फेसबुक जैसा ही था और रूस में बेहद लोकप्रिय हुआ।
- टेलीग्राम की स्थापना: 2013 में Pavel और उनके भाई निकोलाई Durov ने मिलकर टेलीग्राम ऐप की स्थापना की। टेलीग्राम एक एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप है, जो गोपनीयता और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देता है।
- रूस से निकासी: Pavel Durov को 2014 में रूस छोड़ना पड़ा था क्योंकि उन्होंने रूसी सरकार के दबाव के बावजूद वीके पर कुछ सरकारी विरोधी सामग्री को सेंसर करने से मना कर दिया था। इसके बाद उन्होंने टेलीग्राम पर अपना ध्यान केंद्रित किया और दुबई में बस गए।
- गोपनीयता के समर्थक: Pavel Durov ने टेलीग्राम के माध्यम से हमेशा गोपनीयता और स्वतंत्रता की वकालत की है। उनका मानना है कि यूजर्स को अपने व्यक्तिगत डेटा पर पूरी तरह से नियंत्रण रखना चाहिए।
- विश्व में प्रभाव: Pavel Durov ने एक स्वतंत्र और सुरक्षित प्लेटफॉर्म के रूप में टेलीग्राम को स्थापित किया है, जो दुनिया भर में कई यूजर्स द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। टेलीग्राम के 900 मिलियन से अधिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं।
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आगे की कार्रवाई
Pavel Durov को रविवार को पेरिस की अदालत में पेश किया जाएगा। उनकी गिरफ्तारी से टेलीग्राम और उसके उपयोगकर्ताओं के बीच एक महत्वपूर्ण संदेश गया है। यह देखने की बात होगी कि Pavel Durov के लिए पेरिस की अदालत से क्या फैसला आता हैं
भारत में टेलीग्राम पर प्रतिबन्ध
टेलीग्राम के CEO Pavel Durov की हालिया गिरफ्तारी से टेलीग्राम पर बैन की अटकलें तेज हो गई हैं, खासकर भारत में। फ्रांस के ले बॉर्ग हवाई अड्डे पर 39 वर्षीय फ्रेंको-रूसी अरबपति Durov की गिरफ्तारी का मुख्य कारण उनके मैसेजिंग ऐप टेलीग्राम पर ‘मॉडरेशन की कमी’ को बताया जा रहा है। यह घटना टेलीग्राम के संचालन और इसके उपयोग पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है, जिससे प्लेटफॉर्म पर संभावित प्रतिबंध की चर्चाएं हो रही हैं।
भारत में टेलीग्राम का व्यापक उपयोग होता है, लेकिन यह भी देखा गया है कि प्लेटफॉर्म पर अवैध गतिविधियां, फेक न्यूज़, और आपत्तिजनक सामग्री का प्रसार भी होता है। Pavel Durov की गिरफ्तारी के बाद, भारतीय सरकार टेलीग्राम पर कड़ी निगरानी रख सकती है और इस पर प्रतिबंध लगाने के बारे में विचार कर सकती है। हालांकि, इस समय तक टेलीग्राम पर कोई आधिकारिक बैन नहीं लगाया गया है, लेकिन स्थिति के अनुसार सरकार कोई भी कड़ा कदम उठा सकती है।
इस मामले में आगे की कार्रवाई और जांच से पता चलेगा कि क्या भारत में टेलीग्राम पर प्रतिबंध लगेगा या नहीं। Durov की गिरफ्तारी ने टेलीग्राम उपयोगकर्ताओं के बीच चिंता बढ़ा दी है, और आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि टेलीग्राम और इसके CEO के खिलाफ क्या कानूनी कदम उठाए जाते हैं।
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